90’s-Friend लामबंद, 23जून को ऋषिकेश में कराई महाआरती ,संयोग या संकेत? राघवेन्द्र पाण्डेय ने कहा दोस्तों का हूं आभारी…

जांजगीर चांपा 27 जून 2023
जन सरोकार से जुड़े बड़े चेहरे राघवेन्द्र पाण्डेय के समर्थन में 90दशक के दोस्त एकजुट हो रहे है। ऋषिकेश में 23 जुन को पुराने साथियों ने महाआरती कराकर राघवेन्द्र के लिए आशिर्वाद मांगा है। वर्ष1995 में छात्रसंघ अध्यक्ष और बिलासपुर विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष निर्वाचित होकर राघवेन्द्र ने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की थी । 95 में शहर विकास के लिए उनके अगुवाई नें 13 घंटे का महाचक्काजाम हुआ था, इस आंदोलन ने राघवेन्द्र को छात्रनेता से जननेता की पहचान दिला दी थी।
1998 जिला गठन के बाद से जांजगीर-चाम्पा जिले के सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी जैसे अनेक बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर राघवेन्द्र पाण्डेय ने जमीन में संघर्ष किया है। शराब दुकान हटाने उनकी गांधीगिरी भी लोकप्रिय आंदोलन के रूप में याद किया जाता है। राघवेन्द्र ने सड़क में चक्काजाम से लेकर अधिकारियों को उनके ही कार्यालयों में बंधक भी बनाया था जन-आंदोलन के कारण वे जनता के बीच लोकप्रिय हैं

कांग्रेस में नही मिला मुकाम।
लोकप्रिय छात्रनेता और युवानेता होने के बाद भी राघवेन्द्र पाण्डेय को उनकी पार्टी में अब तक अवसर नही मिला है। राघवेन्द्र ने पहली बार पार्टी नेताओं से बात की है और कहा है कि जिले में कांग्रेस की कमान सम्हालने को वे तैयार है।
दोस्त लामबंद हो रहे है…
राघवेन्द्र पाण्डेय के उज्जवल राजनितिक भविष्य के लिए पंडित दीपक तिवारी के नेतृत्व में 23 जून को दोस्तों ने ऋषिकेश में महाआरती कराई है ।

23 जून संयोग या बड़ा संकेत ?
23 जून 2023 को राघवेन्द्र पाण्डेय अपने गृह ग्राम कुटरा में एक करोड़ दस लाख रूपये के विकास कार्यों का भूमि पूजन कर रहे थे जहां अबकी बार राघवेन्द्र सरकार के नारे लग रहे थे, तो दुसरी ओर ऋषिकेश में उनके लिए महाआरती हो रही थी। आरती संपन्न होने के बाद राघवेन्द्र को सुचना मिलने पर उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए सरप्राइज जैसा है, दोस्तों के स्नेह के लिए आभारी हुं ।