
जांजगीर चांपा 24 सितंबर 2023
धीरेन्द्र बाजपेयी जिन्होंने डीबी तनिस्का नाम से एकीकृत उपनगर बनाने के लिए 2019 में RERA से परमिशन लिया, चांपा शहर के सिवनी ग्राम में एकीकृत उपनगर (शहर) बसाने का सपना लोगों को वर्ष 2019 से दिखा रहे हैं जिसमें उनके वादे के अनुसार रोड ,नाली, स्वयं का ट्रांसफार्मर, स्ट्रीट लाइट, पानी टंकी , स्विमिंग पूल के साथ क्लब हाउस ,गार्डन, हॉस्पिटल,स्कूल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और मंदिर होना था। किंतु वर्ष 2023 के अंतिम 3 महीनों तक इनमे से कोई भी सुविधा नहीं है, यहां तक मुख्य द्वार भी नहीं बन पाया है।यह प्रोजेक्ट चांपा शहर में कलंक की तरह होने जा रहा,इसके कारण आने वाले समय यहां लोग किसी प्रोजेक्ट पर पैसा लगाने से डरेंगे।


जिन लोगों ने प्रोजेक्ट में पैसे लगाए हैं उनको 90% पैसे देने के बाद भी मकान तो बहुत दूर जमीन की रजिस्ट्री पेपर भी ले लिया गया है। रजिस्ट्री पेपर और भू ऋण पुस्तिका की मांग करने पर उन्हें गोलमोल जवाब देकर घुमाया जा रहा है, लोगों का मानना है कि जिन्होंने बिना लोन डीबी तनिस्का में मकान लिया है उनके जमीन के कागज़ात बिना जानकारी बैंक में गिरवी रख दिए गए हैं ।ऐसे 40 से अधिक डीबी तनिस्का से पीड़ित मकान खरीददारों ने अपना व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया है,जिसका नाम उन्होंने “डीबी वेंचर के सताए लोग” रखा है।


आपको बता दें कि डीबी तनिस्का नाम का यह प्रोजेक्ट 31.03.2024 तक पूरा होना था जिसे 30.12.2024 तक बढ़ाया गया है। जिस स्थिति में यह प्रोजेक्ट है उसे देखकर आप भी कह सकते हैं कि सारे वादे जो इनके पंपलेट में किए गए हैं लोगों के पैसे ऐंठने के लिए हैं ,मकान का पूरा हो पाना भी मुश्किल है क्योंकि निवेश के सारे पैसे मालिक और स्टाफ के द्वारा ऐशो आराम में खर्च हो चुके हैं, यहां तक कि गौरव पथ चांपा में स्थित ऑफिस और कोरबा का ब्रांच भी बंद हो गया है। अगर कोई 8 से 10 बने मकान में रहना भी चाहे तो ज़रूरी सुविधा भी उपलब्ध नहीं है।
छत्तीसगढ़ सरकार और रेरा को चांपा और कोरबा सहित आसपास के लोगों के प्रोजेक्ट में फसे करोड़ों रुपए के लिए कड़ा कदम उठाते हुए त्वरित कार्यवाही की आवश्यकता है। लोगों को इतनी भी जानकारी नहीं की रेरा अप्रूव्ड प्रोजेक्ट में शिकायत कहां दर्ज कराएं।
