राघवेन्द्र पाण्डेय 19 वर्ष की आयु में छात्रसंघअध्यक्ष निर्वाचित हुये , समाजसेवा से मिली अंतर्राष्ट्रीय पहचान ! राघवेन्द्र ने किया कांग्रेस में विधानसभा की दावेदारी। पार्टी के फार्मुले में क्यों है फिट ? पढ़े पुरी खबर…

जांजगीर चांपा 22 अगस्त 2023
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में भूतपूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और सामाजिक पृष्ठभूमि के कांग्रेस नेता राघवेंद्र पाण्डेय ने जांजगीर-चांपा विधानसभा के लिए कांग्रेस में अपनी दावेदारी पेश की है, उन्होंने अपना आवेदन शहर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी जांजगीर-नैला के अध्यक्ष संतोष शर्मा को दिया है। 90 के दशक में 19 वर्ष 9 माह की आयु में राघवेन्द्र पाण्डेय को शास.महाविद्यालय जांजगीर में छात्रसंघ अध्यक्ष तथा बिलासपुर विश्वविद्यालय में छात्र-महासंघ का उपाध्यक्ष चुना गया था ।
जनसरोकार से मिली पहचान।
छात्र राजनीति से ही
उन्हें जानसरोकार से जुड़े चेहरे के रूप में देखा जाता है। वर्ष 1995 में उनके नेतृत्व में शहर के जर्जर सड़कों के नव निर्माण के लिए महाविद्यालयीन छात्रों एवं नागरिकों ने 13 घंटे का ऐतिहासिक चक्का जाम किया था, सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ होने के बाद आंदोलन स्थगित किया गया था।
राज्य गठन के बाद आये युवा राजनीति में
छत्तीसगढ राज्य गठन के बाद सितंबर वर्ष 2000 में स्थानीय मुद्दों को लेकर सर्वदलीय मोर्चा के बेनर पर नागरिकों ने एक बार फिर 13 घंटे का चक्का जाम कर दिया था, इस आंदोलन में भी उन्होंने प्रमुख भूमिका निभाई थी। वर्ष 2003 में उन्हें युवा कांग्रेस में प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी मिली थी युवा राजनीति के दौरान उन्होंने भाजपा सरकार के खिलाफ अनेक जन आंदोलनों का नेतृत्व किया था। वर्ष 2008 में उनके नेतृत्व में नागरिकों ने स्थानीय समस्याओं को लेकर रमन सरकार के खिलाफ चक्काजाम किया था, नगर पालिका के खिलाफ भी उन्होंने आंदोलन किया था ।बिजली समस्या के खिलाफ उन्होंने अधिक्षण यंत्री के दफ्तर में ताला ठोंक दिया था और सप्ताह भर में 19 गांवों में बंद पड़े ट्रांसफार्मरों तो बदलवाने में सफलता पाई थी। शराब दुकान हटाने उनकी गांधीगिरी को लोकप्रिय और सफल आंदोलनों में याद किया जाता है ।
स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पहल
जिला मुख्यालय जांजगीर में जिला चिकित्सालय के नए भवन के लोकार्पण के लिए वर्ष 2007 में उन्होंने आंदोलन किया था। अपने गृह ग्राम कुटरा में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के लिए भी उन्होंने पहल किया है ।
समाज सेवा के लिए मिली अंतर्राष्ट्रीय ख्याति
उनके गृह ग्राम कुटरा में
शिक्षा सुविधाओं के विस्तार में राघवेन्द्र पाण्डेय के योगदान को ऐतिहासिक माना जाता है । उन्होंने जिले भर के निजी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था में सुधारने लाने के लिए भी मुहिम छेड़ा था, जिसका व्यापक असर हुआ था। कमजोर और वंचित परिवार के बच्चों को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा मिल सके ईस दिशा में उनके विशिष्ट योगदान के लिए उनको सम्मानित करने अमेरिका आमंत्रित किया गया था।
राघवेन्द्र सामाजिक पृष्ठभूमि से है
वे स्व.सरकार पाण्डेय के पुत्र है समाजसेवा के क्षेत्र में स्व. पाण्डेय का बड़ा नाम और ख्याति है, उनको को अविभाजित मप्र शासन द्वारा कृषि रत्न से सम्मानित किया गया था, समाजसेवा के क्षेत्र में उनके योगदान को स्मरणीय रखने के लिए छग शासन ने ग्राम कुटरा के शासकीय स्कुल को स्व.रामसरकार पाण्डेय के नाम पर किया है।
कांग्रेस से प्रत्याशी होने की बढ़ी सम्भावना
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि पार्टी में 50% उन युवाओं को अवसर मिलेगा जिनकी आयु 50 वर्ष से कम हो, समाज सेवा में जिनका योगदान हो तथा जो पुराने छात्र राजनीति से जुड़े रहे हो। यदि ईस फार्मुले पर टिकट वितरण होगा तो जांजगीर-चांपा में राघवेन्द्र पाण्डेय कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते है ।