
चांपा जांजगीर 01 फरवरी 2025
सरस्वती शिशु मंदिर, चाम्पा में बसंत पंचमी 3 फरवरी को, पावन अवसर पर विद्यारम्भ संस्कार का भव्य आयोजन किया जाएगा। यह संस्कार भारतीय संस्कृति की एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जिसमें छोटे भैया-बहिनों का शिक्षारम्भ वैदिक मंत्रों और रीति-रिवाजों के साथ किया जाएगा। विद्यालय प्रशासन ने बताया कि इस संस्कार के अंतर्गत नव प्रवेशी छात्रों का निःशुल्क पंजीयन किया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक बच्चों को शिक्षा का लाभ मिल सके।
बसंत पंचमी और विद्यारम्भ संस्कार का महत्व
बसंत पंचमी का दिन विद्या और ज्ञान की देवी माँ सरस्वती को समर्पित है। इस दिन विद्यारम्भ संस्कार करना विशेष रूप से शुभमाना जाता है। इसे अक्षरारंभ या अक्षराभ्यास भी कहा जाता है, जिसमें बच्चों को पहली बार लिखना और पढ़ना सिखाया जाता है। इस संस्कार का उद्देश्य बच्चों में विद्या, संस्कार और नैतिक मूल्यों की नींव रखना है, जिससे वे उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें।

विद्यालय के प्राचार्य अश्विनी कुमार कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि नव प्रवेशी भैया-बहिनों को तीन माह तक सभी कक्षाओं में निःशुल्क शिक्षा दी जाएगी। यह पहल शिक्षा के
अग्रसर हो सकें।नव प्रवेशी भैया-बहिनों को तीन माह तक सभी कक्षाओं में निःशुल्क शिक्षा दी जाएगी। यह पहल शिक्षा के प्रचार-प्रसार और संस्कारयुक्त शिक्षा के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस कार्यक्रम में प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार पाण्डेय,विद्यालय परिवार, अभिभावक, शिक्षकगण एवं स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रहेगी। विद्यालय प्रबंधन ने सभी अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए इस शुभ अवसर का लाभ उठाएँ।